पत्रकार राजीव प्रताप
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्वतंत्र पत्रकार राजीव प्रताप की संदिग्ध मौत का मामला 18 सितंबर 2025 को तब सुर्खियों में आया जब वे अचानक लापता हो गए। उनका शव 28 सितंबर को जोशियाड़ा बैराज के पास भागीरथी नदी से बरामद हुआ। परिवार ने भ्रष्टाचार उजागर करने वाली रिपोर्टिंग के कारण धमकियां मिलने का आरोप लगाया है, लेकिन उत्तरकाशी पुलिस ने इसे सड़क दुर्घटना करार दिया है। पुलिस ने जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित की थी, जिसका नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक (DSP) जनक सिंह पंवार कर रहे थे। नीचे पुलिस द्वारा पेश किए गए मुख्य फैक्ट और उनके बयानों का सारांश दिया गया है:
मुख्य फैक्ट जो पुलिस ने पेश किए:
पुलिस की जांच (सीसीटीवी फुटेज, बयान, पोस्टमार्टम और तकनीकी विश्लेषण) के आधार पर ये तथ्य सामने आए हैं:
| फैक्ट का प्रकार | विवरण |
|---|---|
| लापता होने की तारीख और समय | 18 सितंबर 2025, रात करीब 11:20-11:39 बजे। राजीव अपनी ऑल्टो कार (जो दोस्त की थी) में अकेले बस स्टॉप के पास देखे गए। |
| सीसीटीवी फुटेज | – रात 11:39 बजे राजीव अकेले कार में नशे की हालत में लड़खड़ाते हुए दिखे। – बद्री तिराहा, तेखला पुल और गंगोरी पुल के कैमरों में कार अकेले दिखी; कोई दूसरा व्यक्ति नहीं। – गंगोरी पुल के आगे कैमरा में कार नहीं दिखी, जो दुर्घटना का संकेत। |
| साक्ष्य और बयान | – राजीव पूर्व विद्यार्थी मनबीर कलूड़ा और मुख्य आरक्षी सोबन सिंह के साथ शाम को मिले। तीनों ने टैक्सी स्टैंड और होटल में शराब पी। – रात 11 बजे होटल से निकले; सोबन सिंह ने राजीव को कार न चलाने की सलाह दी, लेकिन वे नहीं माने। – सोबन सिंह का बयान: राजीव “थोड़ी दूर जाकर वापस आऊंगा” कहकर गए; बाद में वे कोट बंगला गए लेकिन राजीव नहीं मिले। – कॉल रिकॉर्ड: रात 11:24 बजे सोबन सिंह ने राजीव के मोबाइल पर कॉल की। |
| कार और शव की बरामदगी | – 20 सितंबर को क्षतिग्रस्त कार नदी किनारे मिली। – शव 28 सितंबर को जोशियाड़ा बैराज (भागीरथी नदी) से बरामद; लगभग 500 मीटर दूर। |
| पोस्टमार्टम रिपोर्ट | – मौत का कारण: छाती और पेट में आंतरिक चोटें (इंटरनल इंजरी)। – मारपीट के कोई बाहरी निशान नहीं; चोटें दुर्घटना से मेल खाती हैं। – शराब का सेवन पुष्टि; नशे में गाड़ी चलाने से नियंत्रण खोया। |
| अन्य तकनीकी जांच | – कार का तकनीकी आकलन: गलत दिशा में चालन और अप्रैक्टिस्ड ड्राइविंग दुर्घटना का कारण। – कोई अपहरण-हत्या का ठोस प्रमाण नहीं; इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य (कॉल, लोकेशन) दुर्घटना की पुष्टि। |
पुलिस के मुख्य बयान:
- एसपी सरिता डोबाल: “सीसीटीवी फुटेज में राजीव अकेले कार में दिखाई देते हैं। पोस्टमार्टम में छाती व पेट की चोटें मृत्यु का कारण हैं, जो सड़क दुर्घटना की ओर इशारा करती हैं। “पुलिस ने इसे प्रथमदृष्टया हादसा बताया, लेकिन परिवार के आरोपों (धमकियां) की जांच जारी है।
- डीजीपी दीपम सेठ: “SIT हर पहलू (सीसीटीवी, कॉल रिकॉर्ड, बयान, धमकी के दावे) की जांच करेगी। परिवार ने धमकियों का जिक्र किया, लेकिन कोई औपचारिक शिकायत नहीं; SIT इसकी भी पड़ताल करेगी। जांच पारदर्शी होगी।”
- DSP जनक सिंह पंवार: “शराब पीकर गाड़ी चलाते समय रात 11:40 बजे गंगोरी के पास दुर्घटना हुई। हत्या के कोई संकेत नहीं; पोस्टमार्टम सड़क हादसे की पुष्टि करता है।”
- कुल मिलाकर: पुलिस ने इसे “शराब के नशे में सड़क दुर्घटना” कहा है, न कि हत्या या साजिश। हालांकि, SIT की रिपोर्ट का इंतजार है, और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं।
परिवार (पत्नी मुस्कान और भाई आलोक) ने CBI जांच की मांग की है, दावा किया कि रिपोर्टिंग (जैसे जिला अस्पताल की खराब व्यवस्था उजागर करना) से दुश्मनी थी। पत्रकार संगठनों ने भी स्वतंत्र जांच की अपील की है। मामला अभी जांचाधीन है, और नए खुलासे हो सकते हैं।
