
FIRST YOGA POLICY
योग पॉलिसी में नए योग केंद्र खोलने के लिए सब्सिडी का प्रावधान
नीति की समीक्षा और निगरानी के लिए समिति का गठन
देहरादून। उत्तराखंड योग नीति 2025 देश की पहली योग नीति है, जिसे उत्तराखंड की धामी कैबिनेट ने 28 मई 2025 को मंजूरी दी। इस नीति का मुख्य उद्देश्य योग को बढ़ावा देना, इसे वैश्विक स्तर पर स्थापित करना और उत्तराखंड को योग का वैश्विक केंद्र बनाना है। यह नीति योग के प्रचार-प्रसार, प्रशिक्षण, और इससे जुड़े रोजगार सृजन पर केंद्रित है। इसके प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
योग का प्रचार-प्रसार:
स्कूलों, कॉलेजों, और सामुदायिक स्तर पर योग को शामिल करना।
योग को जीवनशैली के रूप में अपनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाना।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसे आयोजनों को और भव्य बनाना।
प्रशिक्षण और शिक्षा:
योग प्रशिक्षकों के लिए प्रमाणित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करना।
योग को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल करना, ताकि बच्चों में प्रारंभ से ही योग के प्रति रुचि विकसित हो।
उच्च शिक्षा संस्थानों में योग से संबंधित डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रम शुरू करना।
रोजगार सृजन:
योग प्रशिक्षकों, योग केंद्रों, और योग पर्यटन से जुड़े रोजगार के अवसर पैदा करना।
उत्तराखंड के प्राकृतिक और आध्यात्मिक वातावरण का लाभ उठाकर योग रिट्रीट और वेलनेस सेंटर विकसित करना।
पर्यटन और वैश्विक पहचान:
उत्तराखंड को योग और आयुर्वेद का वैश्विक हब बनाने की दिशा में काम करना।
योग आधारित पर्यटन को बढ़ावा देना, जैसे योग रिट्रीट, ध्यान केंद्र, और आयुर्वेदिक उपचार केंद्र।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग महोत्सव आयोजित करना।
स्वास्थ्य और कल्याण:
योग को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़कर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।
सरकारी और निजी अस्पतालों में योग केंद्र स्थापित करना।
मानव-वन्यजीव संघर्ष से प्रभावित लोगों के लिए योग आधारित पुनर्वास कार्यक्रम।
संस्थागत ढांचा:
योग नीति के कार्यान्वयन के लिए एक समर्पित प्राधिकरण या समिति का गठन।
निजी और सरकारी क्षेत्रों के साथ साझेदारी को बढ़ावा देना।
सांस्कृतिक संरक्षण:
योग को उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से जोड़कर इसे संरक्षित और प्रचारित करना।
स्थानीय गुरुओं और योग परंपराओं को मान्यता देना।
यह नीति उत्तराखंड को योग के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नीति योग को वैज्ञानिक और समग्र दृष्टिकोण से लागू करने पर जोर देती है।