
उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में आई आपदा
देहरादून। 5 अगस्त 2025 को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने की घटना से भारी तबाही मची। इस प्राकृतिक आपदा के कारण खीर गंगा नदी में अचानक बाढ़ आई, जिसने धराली बाजार और आसपास के क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया।
अभी तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, कुछ स्रोतों में 10 मौतों का दावा भी किया गया है। 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं, और 10-12 मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
इस घटना में 20-25 होटल और होमस्टे पूरी तरह नष्ट हो गए है, और धराली बाजार मलबे में तब्दील हो गया, और दर्जनों घर बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए।
बचाव और राहत कार्य: एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी, और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। गंगोत्री में तैनात एसडीआरएफ ने अब तक 80 लोगों को सुरक्षित निकाला है। भारतीय सेना ने हर्षिल के पास तैनात 150 कर्मियों के साथ त्वरित कार्रवाई की और 15-20 लोगों को निकाला।
उत्तराखंड सरकार ने 20 करोड़ रुपये राहत कार्यों के लिए जारी किए हैं, और वायुसेना के हेलिकॉप्टर राहत सामग्री के लिए तैयार हैं।
उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (01374-222126, 01374-222722, 9456556431) जारी किए हैं।
देहरादून मौसम विभाग ने बादल फटने की घटना को खारिज किया है, यह दावा करते हुए कहा कि बादल फटने पर 1 घंटे में 100 मिमी से अधिक)बारिश होती है. जबकि थराली और उससे ऊपर के क्षेत्र में केवल 30-40 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके इलावा जो संभावित कारण है वो ये है कि ऊपरी इलाकों में किसी झील के टूटने या ग्लेशियर के तेजी से पिघलने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने अगले 12 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, और 12 अगस्त से फिर से भारी बारिश की संभावना जताई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आपदा कंट्रोल रूम से स्थिति की निगरानी की और राहत कार्यों को युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सहायता की पेशकश की। तीन आईएएस अधिकारियों की कमेटी बनाई गई है, जो राहत कार्यों में समन्वय करेगी।
यह घटना दोपहर करीब 1:30-1:45 बजे हुई, और हर्षिल, सुक्की टॉप, और आर्मी कैंप के पास भी बादल फटने की खबरें हैं। भारी बारिश और खराब मौसम के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है। धराली, गंगोत्री यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो हर्षिल से 7 किमी और उत्तरकाशी से 79 किमी दूर, 2,745 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।