
SNOWFALL IN HEMKUND SAHIB -
चमोली। उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदल गया है. चमोली जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है. सिख धर्म स्थल श्री हेमकुंड साहिब, चिनाप वैली, एरा टॉप, वैली ऑफ फ्लावर्स सहित नीति घाटी, द्रोणागिरि वैली में बर्फबारी हुई है. इससे इन स्थानों की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं. बर्फबारी से निचले इलाकों में भी तापमान गिर गया है.
SNOWFALL IN HEMKUND SAHIB – हेमकुंड साहिब में बर्फबारी के बीच दर्शन: चमोली जिले में साढ़े 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित श्री लोकपाल और हेमकुंड साहिब धाम में ताजा बर्फबारी हुई है. श्रद्धालु श्री लोकपाल हेमकुंड साहिब जी के दर्शनों के साथ साथ बर्फबारी का भी आनंद उठा रहे हैं. गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन कमेटी के सीनियर मैनेजर सरदार सेवा सिंह ने बताया कि धाम में कल कुछ इंच हल्की बर्फबारी हुई है, जिसके चलते धाम में ठंडक बढ़ी है.
SNOWFALL IN HEMKUND SAHIB – रविवार को पहुंचे इतने श्रद्धालु: गुरुद्वारा परिसर के सामने की सप्त श्रृंग चोटियों में भी बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के बावजूद यात्रा सुगमता के साथ जारी है. रविवार को 2200 श्रद्धालु श्री हेमकुंड साहिब दर्शन करने पहुंचे. श्रद्धालु बर्फबारी के दुर्लभ प्राकृतिक दृश्यों के बीच आस्था और श्रद्धा भाव लिए गुरु महाराज जी के दरबार में हाजिरी लगाने संगत पहुंच रहे हैं.
SNOWFALL IN HEMKUND SAHIB – 25 मई को खुले थे हेमकुंड साहिब के कपाट: 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से अब तक 17 हजार 478 श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में मत्था टेका है. इसमें 12 हजार 480 पुरुष श्रद्धालु, 3 हजार 801 महिला श्रद्धालु सहित 11 सौ 97 बच्चे शामिल हैं. वहीं बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने से अब तक 5 लाख 15 हजार 710 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित कर लिया है. इसमें 2 लाख 89 हजार 410 पुरुष,1 लाख 98 हजार 453 महिला श्रद्धालु सहित 27 हजार 847 बच्चे शामिल हैं.
हेमकुंड साहिब में हाल ही में हुई बर्फबारी के बारे में उपलब्ध जानकारी के आधार पर, निम्नलिखित विवरण है:
- ताजा बर्फबारी: 31 मई 2025 को हेमकुंड साहिब में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई, जिससे क्षेत्र में ठंड बढ़ गई और तीर्थयात्रियों को कुछ असुविधा का सामना करना पड़ा। यह जानकारी अमर उजाला के एक पोस्ट से मिली है।
- पिछली बर्फबारी: 1 जून 2024 को हेमकुंड साहिब में भारी बर्फबारी हुई थी, जिसमें करीब एक घंटे तक बर्फबारी के बाद चार इंच तक ताजी बर्फ जमा हो गई थी। तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, और ठंडी हवाओं के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा था। इस दौरान मोबाइल नेटवर्क भी ठप हो गया था।
- यात्रा पर प्रभाव: बर्फबारी के बावजूद, भारतीय सेना और गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने 25 मई 2025 को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से पहले 6 किलोमीटर लंबे ग्लेशियर मार्ग को साफ कर दिया था। सेना ने बर्फ हटाकर श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित रास्ता तैयार किया।
- वर्तमान स्थिति: हेमकुंड साहिब, जो 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, में बर्फबारी सामान्य है, खासकर मई और जून में। अभी भी गुरुद्वारा परिसर और आसपास के रास्तों पर 5-6 फीट बर्फ मौजूद है, जिसे सेना और सेवादार लगातार साफ कर रहे हैं।
सुझाव:
- यदि आप हेमकुंड साहिब की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो मौसम की स्थिति की नियमित जांच करें। Skymet Weather जैसी वेबसाइट्स 15 दिनों का मौसम पूर्वानुमान प्रदान करती हैं।
- ठंड के लिए गर्म कपड़े, उपयुक्त जूते, और अन्य आवश्यक सामान साथ रखें।
- यात्रा मार्ग पर बर्फ और फिसलन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतें। उत्तराखंड पुलिस और SDRF यात्रियों की सहायता के लिए तैनात हैं।