
उत्तराखंड मॉनसून सत्र के दूसरा दिन
भराड़ीसैंण/गैरसैंण। 20 अगस्त 2025 को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण में विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरा दिन था। 19 अगस्त की तरह ही आज का दिन भी काफी हंगामेदार रहा। विपक्षी विधायकों ने सदन में आपदा प्रबंधन, पंचायत चुनाव में कथित गड़बड़ियों, और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की।
सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष, विशेष रूप से कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने नैनीताल के डीएम के ट्रांसफर और एसपी के निलंबन की मांग को लेकर जोरदार हंगामा किया।

कांग्रेस विधायकों ने सदन के भीतर रात गुजारी थी, जो उत्तराखंड विधानसभा के इतिहास में पहली बार देखा गया। यह धरना नैनीताल में एक अपहरण मामले में सख्त कार्रवाई और केस वापस लेने की मांग को लेकर था।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार जनता के मुद्दों, जैसे सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, और रोजगार, पर चर्चा से बच रही है। विपक्ष के शोर-शराबे और नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई।

माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। यह चार दिन के नियोजित सत्र के बजाय केवल दो दिन में ही समाप्त हो गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार की मंशा सत्र को लंबा चलाने की थी, लेकिन विपक्ष पहले दिन से ही कार्यवाही चलाने के मूड में नहीं था। उन्होंने विपक्ष से धरना खत्म करने की अपील की। और बताया कि मानसून के समय सत्र आयोजित करना चुनौतीपूर्ण था, फिर भी सभी विधायकों का स्वागत किया गया।
सत्र के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद, धामी सरकार ने उसी दिन दोपहर 3 बजे भराड़ीसैंण के विधानसभा परिसर में मंत्रिमंडल कक्ष में कैबिनेट बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया।
सत्र के दौरान लगभग 550 से अधिक विधायकों के प्रश्नों पर भी चर्चा होने की उम्मीद थी। जोकि नहीं हो सका.