देहरादून। बजट 2024-25 में शीर्ष कंपनियों में पीएम इंटर्नशिप योजनाः प्रायोगिक परियोजना इंटर्नशिप योजना (स्कीम) की घोषणा की गई है। इस योजना का लक्ष्य पांच वर्षों की अवधि में शीर्ष 500 कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से, युवाओं को विभिन्न पेशों एवं रोजगार के अवसरों में वास्तविक जीवन के कारोबारी माहौल का अनुभव हासिल होगा। .इस महत्वाकांक्षी योजना को शुरू करने के उद्देश्य से, वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 1.25 लाख इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखते हुए, इस योजना की एक प्रायोगिक परियोजना का शुभारंभ 3 अक्टूबर 2024 को किया गया है। इस प्रायोगिक परियोजना को कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए) द्वारा विकसित एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से लागू किया जाएगा। यह पोर्टल संपूर्ण इंटर्नशिप के चक्र के प्रबंधन से संबंधित एक केन्द्रीकृत मंच के रूप में कार्य करेगा। इस पोर्टल को अब भागीदार कंपनियों के लिए इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से खोल दिया गया है। अक्टूबर 2024 के दूसरे सप्ताह में इस पोर्टल को उम्मीदवारों के पंजीकरण के लिए खोल दिया जाएगा।
इस प्रायोगिक परियोजना के लिए शीर्ष कंपनियों की पहचान पिछले तीन वर्षों के सीएसआर व्यय के औसत के आधार पर की गई है। इस योजना में कंपनियों की भागीदारी स्वैच्छिक है। इन कंपनियों के अलावा, इस योजना में भाग लेने की इच्छुक किसी भी अन्य कंपनी/बैंक/वित्तीय संस्थान को एमसीए की मंजूरी से इसमें शामिल किया जा सकता है। एमसीए द्वारा ऐसे प्रस्तावों पर निर्णय उपरोक्त 500 कंपनियों की ओर से कम प्रतिनिधित्व पाने वाले क्षेत्रों और इलाकों को ध्यान में रखते हुए लिया जायेगा। यदि भागीदार कंपनी अपनी कंपनी में ऐसी इंटर्नशिप प्रदान नहीं कर पाती है, तो वह इस संबंध में अपनी फॉरवर्ड एवं बैकवर्ड वैल्यू चेन (जैसे आपूर्तिकर्ता/ग्राहक/विक्रेता) में मौजूद संस्थाओं या अपने समूह में अन्य कंपनियों/संस्थानों के साथ समन्वय कर सकती है; या फिर कोई अन्य व्यवस्था कर सकती है। इसके अलावा, इंटर्नशिप भले ही सहयोगी कंपनियों, जैसे कि संबद्ध कंपनियों, आपूर्तिकर्ताओं, या प्रमुख निगमों के वेंडर कंपनी में की जा सकती है, लेकिन यह इंटर्नशिप कार्यक्रम गुणवत्तापूर्ण सीखने के अनुभव को सुनिश्चित करते हुए भागीदार कंपनियों की देखरेख में ही चलेगा। इंटर्नशिप की अवधिरू इंटर्नशिप की अवधि 12 महीने की होगी। इंटर्नशिप अवधि का कम से कम आधा हिस्सा वास्तविक कार्य अनुभव/नौकरी के माहौल में बिताया जाना चाहिए, न कि कक्षा में।