
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स के बयान पर मुस्लिम समाज में भारी गुस्सा, पुतला दहन कर गिरफ्तारी की उठाई मांग, जाने क्या है मामला?
रुड़की। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स के वक्फ संशोधन विधेयक के समर्थन और पीएम मोदी को जोड़कर दिए बयान के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मुस्लिम समाज के लोग शादाब शम्स के विरोध में उतर आए हैं. इतना ही नहीं शादाब शम्स के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर पुतला भी दहन किया. साथ ही पुलिस को ज्ञापन देकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की.
क्यों भड़का मुस्लिम समाज? वक्फ संशोधन विधेयक समर्थन को लेकर उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने टीवी चैनल डिबेट में एक बयान दिया था. डिबेट में शादाब शम्स ने कहा था कि ‘जो मोदी के साथ नहीं है, वो मुसलमान नहीं है. जो लोग वक्फ बिल का विरोध कर रहे हैं, वो मुसलमान है ही नहीं, ये पॉलिटिकल मुसलमान हैं.’ उनके इस बयान को लेकर मुस्लिम समाज भड़क गया है.
पिरान कलियर में प्रदर्शनकारियों ने फूंका शादाब शम्स का पुतला: शादाब शम्स के बयान को लेकर पिरान कलियर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग पीपल चौक पर जमा हो गए. जहां उन्होंने जोरदार नारेबाजी कर उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का पुतला फूंका. वहीं, प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कलियर पुलिस को ज्ञापन देकर उनकी गिरफ्तारी की मांग उठाई.

शादाब शम्स के बयान से भावनाएं हुई आहत: वहीं, प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समाज के लोगों का कहना था कि प्रदेश के वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स के विवादित बयान से मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं, जिसको लेकर मुस्लिम समाज के लोगों में गुस्सा पनप रहा है. उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था. जिससे मुस्लिम समाज में भारी नाराजगी है. उन्होंने कहा कि पिरान कलियर थाना पुलिस को ज्ञापन देकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई है.
वहीं, मुस्लिम समाज के विरोध और पुतला दहन पर उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि ‘जो लोग मेरा पुतला फूंक रहे हैं, वो हकीकत में मुसलमान है ही नहीं. क्योंकि, मुस्लिम समाज में पुतला फूंका ही नहीं जाता है. मुसलमान किसी का दहन कर ही नहीं सकता, ये सब पॉलिटिकल मुसलमान हैं.’