
Mukhya Sevak Samvad
देहरादून। मुख्य सेवक संवाद कार्यक्रम उत्तराखंड सरकार द्वारा आयोजित एक पहल है, जिसका उद्देश्य विभिन्न समुदायों, संगठनों और नागरिकों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है। इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री (जिन्हें “मुख्य सेवक” के रूप में संबोधित किया) विभिन्न समूहों जैसे महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, युवा संगठनों, और अन्य सामुदायिक समूहों से मिलते हैं, उनके विचार सुनते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करते हैं।

Mukhya Sevak Samvad – 15 मई 2025 को, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने “मुख्य सेवक सदन” में इस कार्यक्रम के तहत महिला मंगल दलों और युवक मंगल दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनके सुझाव सुने और कई घोषणाएं कीं।
प्रोत्साहन राशि में वृद्धि: महिला मंगल दल और युवक मंगल दल को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को ₹4,000 से बढ़ाकर ₹5,000 कर दिया गया। आवश्यक सूचनाओं को समय पर इन दलों तक पहुंचाने के लिए डिजिटल और अन्य माध्यमों का उपयोग करने पर जोर दिया गया।

Mukhya Sevak Samvad – यह कार्यक्रम सरकार और जनता के बीच की दूरी को कम करता है। ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय मंगल दलों को प्रोत्साहन देकर सामुदायिक विकास को बढ़ावा देता है। युवाओं और महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करता है, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास में उनकी भूमिका बढ़ती है।
यह कार्यक्रम उत्तराखंड में सरकार की जन-केंद्रित नीतियों का हिस्सा है, जो “सबका साथ, सबका विकास” के सिद्धांत पर आधारित है। यह स्थानीय स्तर पर संगठनों को मजबूत करने और उनकी समस्याओं को त्वरित समाधान प्रदान करने का एक मंच प्रदान करता है।
Mukhya Sevak Samvad – “मुख्य सेवक संवाद कार्यक्रम” उत्तराखंड में सरकार और नागरिकों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करता है। यह न केवल सामुदायिक संगठनों को प्रोत्साहित करता है, बल्कि उनकी समस्याओं और सुझावों को नीतिगत निर्णयों में शामिल करने का अवसर भी प्रदान करता है। इस तरह के प्रयास लोकतांत्रिक शासन को और अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाते हैं।