UPI transactions broke all records – यूपीआई के जरिये होने वाले ट्रांजेक्शन ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मार्च 2024 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए 1,344 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए। इस दौरान कुल 19.78 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ। बता दें कि फरवरी, 2024 में UPI के जरिए 1,201 करोड़ ट्रांजेक्शन के जरिए 18.28 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ था।
UPI transactions – मार्च, 2023 से लुतना करें तो इस साल ये आंकड़ा 55.35 प्रतिशत ज्यादा है, पिछले साल मार्च में 14.05 लाख करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ था।
बता दें कि UPI के जरिये फाइनेंशियल ईयर 2023-24 (अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक) में 13 हजार करोड़ से ज्यादा ट्रांजेक्शन हुए, इनके जरिए लोगों ने 199.95 लाख करोड़ का लेनदेन किया, ये आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 43.68% ज्यादा है।
UPI transactions – क्या है यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस?
UPI मतलब यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payments interface) है, जिसके जरिए कोई भी शख्स अपने बैंकिंग अकाउंट को जोड़ सकता है, इसमें सिर्फ मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करना होता है।
यूपीआई के जरिये आसानी से ऑनलाइन पेमेंट ट्रांजेक्शन होता है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के मुताबिक, UPI के जरिए एक दिन (24 घंटे में) में 1 लाख रुपए से ज्यादा ट्रांसफर नहीं किए जा सकते।
जानें कैसे काम करता है UPI
UPI transactions – UPI के जरिये एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार होता है, जो बैंक अकाउंट से लिंक होता है। इसमें बार-बार अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड की जरूरत नहीं पड़ती। अगर, आपके पास UPI आईडी है तो आप आसानी से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।
पैसा ट्रांसफर करने के साथ ही आप इसके जरिये बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग आदि भी कर सकते हैं। बता दें कि UPI को 2016 में लॉन्च किया गया, जिसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बनाया है और वही हैंडल करता है।
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI करता है। वहीं IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ऑपरेट करता है।