
नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से 'लापता' पांचों सदस्य
लापता पांच जिला पंचायत सदस्यों ने वीडियो जारी कर अपने बारे में सूचना दी है.
हल्द्वानी। नैनीताल ज़िला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दिन कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि उनके नैनीताल ज़िला पंचायत के 5 सदस्यों को मतदान वाले दिन कांग्रेस कैम्प से भाजपा के कार्येकर्ताओं द्वारा अपहरण और मारपीट कर उन्हें अपने साथ ले है, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वीडियो वायरल हुआ l और उसके बाद कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष व कई विधायकों ने इनके अपहरण की रिपोर्ट लिख वाई l
मामला मीडिया में आने के बाद हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया l हाईकोर्ट ने लापता सदस्यों को ढूंढ़ने के लिए एसएसपी और डीएम नैनीताल को निर्देश दिए, वो उनको मतदान वाले दिन नहीं ढूँढ पाये l जिसके कारण वे मतदान से वंचित रह गये l बाद में हाईकोर्ट द्वारा नये मतदान की तिथि 18 अगस्त निर्धारित की गई l
अचानक ये सदस्य वीडियो जारी कर कहते हैं — “हमारा अपहरण नहीं हुआ, हम अपनी मर्ज़ी से घूमने गए और सरकार के साथ हैं।
अब इन सदस्यों से सवाल है कि अगर वे अपनी मर्ज़ी से घूमने गए थे, तो चुनाव वाले दिन ही क्यों? मतदाताओं के भरोसे का अपमान क्यों किया? और अब वीडियो जारी कर जनता और हाईकोर्ट को क्यों गुमराह कर रहे है?
अगर इन सदस्यों का ये वीडियो स्क्रिप्टेड नहीं है, और किसी के दबाव में नहीं बनाई है तो उत्तराखंड सरकार हाईकोर्ट से अनुरोध करें कि इन सदस्यों की सदस्यता रद्द की जाये।
इन पांचों सदस्यों का आचरण महज़ अनैतिक नहीं बल्कि कानूनी दृष्टि से दंडनीय है— पंचायती राज अधिनियम में जनप्रतिनिधि द्वारा चुनाव प्रक्रिया में जानबूझकर अनुपस्थित रहने को कर्तव्य उल्लंघन और पद से हटाने का आधार माना गया है।
माo हाईकोर्ट से अनुरोध है कि इनकी सदस्यता समाप्त करे ताकि भविष्य में कोई सत्ता के इशारे पर लोकतंत्र को बंधक न बना सके।
नैनीताल जिला पंचायत चुनाव में ‘लापता’ पांचों सदस्यों ने वीडियो जारी किया, बताया गायब होने का कारण, क्या इन लोगो पर विश्वास किया जा सकता है?