
CM DHAMI MEETING
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट मोड पर है. सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर पल-पल का अपडेट ले रहे है.
देहरादून। भारत-पाक तनाव के बीच उत्तराखंड सरकार ने एहतियाती कदम उठाए हैं। राज्य के सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के बाद स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने 12,000 बेड, आईसीयू, और वेंटिलेटर तैयार रखने के आदेश दिए हैं। अस्पतालों में पर्याप्त दवाइयां, ऑक्सीजन, और 25% बेड इमरजेंसी के लिए रिजर्व करने के निर्देश हैं।
CM DHAMI MEETING – राशन और पानी की आपूर्ति को लेकर भी सरकार ने सतर्कता बरती है। जिला प्रशासन को खाद्य सामग्री और पानी का भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी आपात स्थिति में कमी न हो। यह कदम पाकिस्तान द्वारा ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिशों के बाद उठाए गए हैं, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए भी सुरक्षा कड़ी की गई है, और नेपाल सीमा पर एसएसबी के साथ पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। यह सभी कदम तनावपूर्ण स्थिति में जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए हैं।
CM DHAMI MEETING – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड सचिवालय देहरादून में हाई लेवल मीटिंग की और तमाम व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए. सीएम धामी ने बैठक में सभी अधिकारियों को हर परिस्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार रहने और सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात प्रशासनिक इकाइयों को अलर्ट रखने को कहा गया है.

CM DHAMI MEETING – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राहत और बचाव दलों को भी तैयार रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जा सके. सीएम ने अफवाहों से बचने और जनता को सही समय पर जानकारी देने के लिए सूचना विभाग को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए हैं.
CM DHAMI MEETING – उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के लिए देवतुल्य जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है और सरकार किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश के अस्पतालों के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है, जिसके तहत हर बिल्डिंग में लाउडस्पीकर की व्यवस्था की जाए. आग बुझाने संबंधित इंतजाम को दुरुस्त करें. पुलिस प्रशासन और सिविल डिफेंस के साथ समन्वय बनाएं. डॉक्टर और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएं.
इसके अलावा गाइडलाइन में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां का स्टॉक मौजूद हो साथ ही ऑक्सीजन बेड, आईसीयू वेंटीलेटर, चिकित्सा उपकरण और एंबुलेंस की व्यवस्था हो.