
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
देहरादून। उत्तराखंड में हाल के हेलीकॉप्टर हादसों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कड़ा रुख अपनाते हुए कई महत्वपूर्ण बयान दिए और कार्रवाई के निर्देश जारी किए। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया और कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम धामी ने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया:

- उच्च स्तरीय जांच के आदेश: उत्तरकाशी के गंगनानी में 8 मई 2025 को हुए हेलीकॉप्टर हादसे, जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी, के बाद सीएम धामी ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि जांच पारदर्शी हो और हादसों के कारणों का पता लगाकर सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
- हेली सेवाओं की समीक्षा: धामी ने नागरिक उड्डयन सचिव को निर्देश दिए कि हेलीकॉप्टर हादसों की समीक्षा के लिए शीघ्र बैठक बुलाई जाए। इसका उद्देश्य हेली सेवाओं को सुरक्षित बनाने और ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय करना है।
- सख्त दिशानिर्देश: उन्होंने कहा कि हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त दिशानिर्देश बनाए जाएंगे, जिनका पालन सभी हेली ऑपरेटरों के लिए अनिवार्य होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
- हादसों पर त्वरित कार्रवाई: 7 जून 2025 को रुद्रप्रयाग में बड़ासू हेलीपैड के पास हुए आपात लैंडिंग मामले में, सीएम धामी ने कहा कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और सरकार यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर संभव व्यवस्था करेगी।
- सुरक्षा मानकों पर जोर: धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन में सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने और आवश्यक सुधार लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आने वाले प्रत्येक यात्री की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है।
- हेली ऑपरेटरों के साथ बैठक: 11 जून 2025 को सीएम धामी ने देहरादून में हेलीकॉप्टर सर्विस प्रोवाइडर्स, ऑपरेटरों, यूसीएडीए, एएआईबी, और डीजीसीए के साथ बैठक की, जिसमें हेली सेवाओं की सुरक्षा और संचालन की समीक्षा की गई।

सीएम धामी ने बार-बार यह दोहराया कि सरकार हेलीकॉप्टर हादसों को गंभीरता से ले रही है और इनकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।