
CENTRAL ZONAL COUNCIL MEETING 2025
वाराणसी में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक, सीएम धामी ने की शिरकत, कई मुद्दों पर गृह मंत्री अमित शाह से किया ये आग्रह।
देहरदून। मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक 24 जून 2025 को वाराणसी में आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की। इस बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाग लिया और ग्लेशियर अध्ययन केंद्र के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव रखे।
सीएम धामी के सुझाव:
- ग्लेशियर अध्ययन केंद्र की स्थापना: सीएम धामी ने उत्तराखंड में ग्लेशियर अध्ययन केंद्र स्थापित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र ग्लेशियरों के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अध्ययन और हिमालयी क्षेत्र की पर्यावरणीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण होगा। यह सुझाव उत्तराखंड जैसे हिमालयी राज्य में ग्लेशियरों के पिघलने और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीति बनाने में सहायक हो सकता है।
- पर्यावरण और विकास का संतुलन: धामी ने ग्लेशियर संरक्षण के साथ-साथ सतत विकास को बढ़ावा देने पर जोर दिया, ताकि स्थानीय समुदायों को लाभ मिले और पर्यावरणीय क्षति कम हो।

उत्तराखंड को अतिरिक्त सहयोग देने का आग्रह: वहीं, सीएम धामी ने मानसून के दौरान उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन, अतिवृष्टि और बादल फटने जैसी आपदाओं से सड़कों को होने वाले नुकसान के मद्देनजर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के सुचारू संचालन के लिए उत्तराखंड को अतिरिक्त सहयोग देने की आवश्यकता पर सुझाव दिए.
बैठक में शामिल लोग:
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह: बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने क्षेत्रीय सहयोग, विकास और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा को बढ़ावा दिया। शाह ने कहा कि मध्य क्षेत्रीय परिषद के सदस्य राज्यों (उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़) को आपसी समन्वय से क्षेत्रीय समस्याओं जैसे बाढ़, जलवायु परिवर्तन और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान देना चाहिए।
- सदस्य राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ मंत्री: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ-साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री या उनके प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रत्येक राज्य से दो वरिष्ठ मंत्री भी उपस्थित थे।
- वरिष्ठ अधिकारी: केंद्र और राज्य सरकारों के मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।

सीएम धामी ने उत्तराखंड की प्रगति और सुख-समृद्धि के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और बैठक से पहले तैयारियों का जायजा लिया। बैठक में क्षेत्रीय समस्याओं जैसे बाढ़ प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, और बुनियादी ढांचे के विकास पर चर्चा हुई।