लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी के खिलाफ उत्तराखंड राज्य में 18 मुकदमे दर्ज हैं
देहरादून। LUCC घोटाला उत्तराखंड और अन्य राज्यों में एक बड़ा चिटफंड स्कैम है, जिसमें लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसाइटी (LUCC) नाम की कंपनी ने निवेशकों को ऊंची कमाई का लालच देकर ठगा। एक अनुमान के मुताबिक, इस घोटाले की कुल रकम 500 करोड़ रुपये से ज्यादा है, जिसमें उत्तराखंड में ही करीब 100 करोड़ रुपये की ठगी हुई। यह स्कैम मुख्य रूप से छोटे-छोटे निवेशकों, दिहाड़ी मजदूरों, गृहणियों और पहाड़ी इलाकों की महिलाओं को निशाना बनाकर चला। यह कंपनी 2019 से 2025 तक सक्रिय रही और कई राज्यों में 35 से ज्यादा ब्रांचें खोलीं।

LUCC SCAM – घोटाले का तरीका कैसे काम किया?
- लालच का जाल: LUCC ने विदेशी सोना, तेल रिफाइनरी और अन्य सेक्टरों में निवेश का वादा किया। छोटे अमाउंट (मासिक 500-1000 रुपये) जमा करने पर डबल रिटर्न या ऊंचा ब्याज देने का झांसा दिया। ज्यादातर महिला एजेंट्स के जरिए कलेक्शन होता था, जो खुद भी इस घोटाले का शिकार बनीं।
- अवैध स्कीम: यह Banning of Unregulated Deposit Schemes (BUDS) Act का उल्लंघन था। कंपनी ने अनियमित जमा योजनाओं से पैसे इकट्ठा किए, लेकिन मैच्योरिटी पर पेमेंट बंद कर दिया।
- कॉलैप्स: 2025 की शुरुआत में प्रमोटर्स गायब हो गए। ब्रांचें अचानक बंद हो गईं, और लाखों निवेशक बिना पैसे के रह गए।

LUCC SCAM – कितने लोग प्रभावित हुए?
- उत्तराखंड में: करीब 25 लाख लोग ठगे गए, खासकर देहरादून, ऋषिकेश, कोटद्वार जैसे जिलों में।
- कुल प्रभाव: पूरे देश में 13 मामले उत्तराखंड में और 70 अन्य राज्यों (उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल आदि) में दर्ज। अनौपचारिक अनुमान से 2 लाख से ज्यादा निवेशक प्रभावित। पीड़ितों में ज्यादातर गरीब परिवारों की महिलाएं हैं, जिन्होंने जीवनभर की बचत गंवाई।
LUCC SCAM – मुख्य आरोपी कौन?
CBI ने 46 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इनमें कंपनी के मालिक, चेयरमैन, एजेंट्स और ब्रांड एम्बेसडर शामिल हैं:
- समीर अग्रवाल: कंपनी मालिक, नवी मुंबई (महाराष्ट्र) का रहने वाला।
- दिनेश सिंह: चेयरमैन, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)।
- आरके शेट्टी: मुंबई।
- संजय मुद्गिल: हिमाचल प्रदेश।
- अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ: ब्रांड एम्बेसडर, जिनके खिलाफ देहरादून के रायपुर थाने में 6.27 करोड़ के एक मामले में नामजद। दोनों ने इस कंपनी का प्रचार किया था। अन्य आरोपी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से हैं।
LUCC SCAM – घटनाक्रम की टाइमलाइन
| तारीख/महीना | मुख्य घटना |
|---|---|
| 2019 | LUCC ने उत्तराखंड में ब्रांचें खोलीं और निवेश शुरू किया। |
| जून 2024 | पहली शिकायत कोटद्वार में दर्ज; राज्य पुलिस ने 18 FIR कीं, 10 चार्जशीट दाखिल। 6 गिरफ्तारियां। |
| मार्च 2025 | पीड़ितों ने हाईकोर्ट में PIL दाखिल कर CBI जांच की मांग की। महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू किए। |
| जुलाई 2025 | CM पुष्कर सिंह धामी ने अमित शाह को पत्र लिख CBI जांच की सिफारिश की। |
| सितंबर 2025 | हाईकोर्ट ने CBI को जांच का आदेश दिया। पीड़ितों ने राजभवन मार्च निकाला। |
| 27 नवंबर 2025 | CBI (देहरादून ब्रांच) ने 46 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की। कोटद्वार FIR के आधार पर अन्य शिकायतें शामिल। |
LUCC SCAM – वर्तमान स्थिति (28 नवंबर 2025 तक)
- CBI जांच जारी है। पीड़ितों की मांग है कि पैसे वापस हों और सभी आरोपी पकड़े जाएं।
- राज्य पुलिस ने पहले ही कई चार्जशीट दाखिल कर दी हैं, लेकिन बड़े आरोपी अभी फरार हैं।
- पीड़ित महिलाओं के आंदोलन तेज हैं; वे सरकार पर “पैसे के बाद जान लेने” का आरोप लगा रही हैं।
यह घोटाला उत्तराखंड के सबसे बड़े फाइनेंशियल स्कैम्स में से एक है, जो गरीबों की मेहनत की कमाई पर चोट करता है।
