
LPG GAS CYLINDER PRICE CUT
सरकार ने जुलाई महीने में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम कम कर दिए.
नई दिल्ली। गैस सिलेडर को लेकर अच्छी खबर ये है की महीने की शुरुआत में सरकार ने कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में बड़ी राहत दी है. नई दरें आज से ही लागू हो गई हैं. घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम जस के तस हैं. लोगों को इसकी कीमतों में कटौती की उम्मीद थी.
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है. एक फैसले में सरकार ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम में आज से 58.50 रुपये की रियायत दी है. दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की खुदरा बिक्री कीमत एक जुलाई से 1665 रुपये है. सामान्य रूप से आम आदमी के किचन में इस्तेमाल किए जाने वाले 14.2 किलोग्राम सिलेंडर के दामों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.
भारत में जुलाई 2025 में गैस सिलेंडर की कीमतें निम्नलिखित हैं (शहरों और प्रकार के आधार पर):
घरेलू गैस सिलेंडर (14.2 किलो):
- दिल्ली: ₹803
- कोलकाता: ₹829
- मुंबई: ₹802.50
- चेन्नई: ₹818.50
- पटना: ₹892.50
- रांची (झारखंड): ₹860.50
- हजारीबाग/कोडरमा (झारखंड): ₹862
- उत्तर प्रदेश (औसत): ₹840.50 (कुछ शहरों में ₹937.50 तक)
नोट:
- कीमतें 1 अगस्त 2024 से स्थिर हैं।
- उज्ज्वला योजना के तहत ₹300 प्रति सिलेंडर सब्सिडी (12 सिलेंडर/वर्ष तक), जिससे प्रभावी कीमत ₹503-₹562.50 हो सकती है।
- स्थानीय करों के कारण कीमतों में अंतर होता है।
कमर्शियल गैस सिलेंडर (19 किलो):
- दिल्ली: ₹1665 (₹58.50 की कटौती)
- कोलकाता: ₹1769 (₹57 की कटौती)
- मुंबई: ₹1616 (₹58.50 की कटौती)
- चेन्नई: ₹1823.50
- पटना: ₹1929.50
- भोपाल: ₹1787.50
नोट:
- जुलाई 2025 में कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में ₹57-₹58.50 की कमी हुई है।
- कीमतें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों और विनिमय दर पर निर्भर करती हैं।
सब्सिडी:
- घरेलू सिलेंडर: सामान्य सब्सिडी (उदाहरण: झारखंड में ₹37.25/सिलेंडर) सीधे बैंक खाते में।
- उज्ज्वला लाभार्थी: ₹300/सिलेंडर सब्सिडी।
- कुछ दावों में ₹300-₹350 में सिलेंडर की बात है, लेकिन यह विशिष्ट योजनाओं पर लागू।
कीमत चेक करने के तरीके:
- वेबसाइट: IOCL, भारत गैस, HP गैस।
- टोल-फ्री: गैस एजेंसी से संपर्क।
- ऐप्स: Paytm, आदि।
भविष्य में भू-राजनीतिक तनाव (जैसे ईरान-इज़राइल) से कीमतें बढ़ सकती हैं।