
पौड़ी के जिला अस्पताल में शुरू हुई एंडोस्कोपी
पौड़ी जिला अस्पताल में ईएनटी एंडोस्कोपी से मरीजों का इलाज हुआ शुरू.
पौड़ी। पौड़ी गढ़वाल के जिला अस्पताल में एंडोस्कोपी सेवा शुरू हो चुकी है। इस सेवा के शुरू होने से स्थानीय मरीजों को अब एंडोस्कोपी के लिए बड़े शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा, जिससे समय और धन की बचत होगी।
एंडोस्कोपी क्या है और इसके लाभ:
एंडोस्कोपी एक ऐसी चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें एक लचीली ट्यूब (एंडोस्कोप) का उपयोग करके शरीर के आंतरिक अंगों, विशेष रूप से पाचन तंत्र, की जाँच की जाती है। यह प्रक्रिया निम्नलिखित समस्याओं के निदान और उपचार में मदद करती है:
- निदान: पाचन तंत्र से संबंधित समस्याओं जैसे ट्यूमर, रुकावट, सूजन, अल्सर, रक्तस्राव, सीलिएक रोग, और घावों का पता लगाना।
- लक्षणों की जाँच: सीने में जलन, पेट दर्द, मतली, उल्टी, या अज्ञात कारणों से होने वाले दर्द का मूल कारण जानना।
- उपचार: कुछ मामलों में, एंडोस्कोपी के दौरान छोटे-मोटे उपचार जैसे पॉलीप्स हटाना, रक्तस्राव रोकना, या बायोप्सी करना संभव होता है।
- दर्दरहित और त्वरित: यह प्रक्रिया आमतौर पर दर्दरहित होती है और इसमें केवल 20-40 मिनट लगते हैं। यह बिना सर्जरी के की जाती है, जिससे मरीज को जल्दी रिकवरी में मदद मिलती है।
पौड़ी जिला अस्पताल में उपलब्ध इलाज:
हालांकि, विशिष्ट रूप से पौड़ी जिला अस्पताल में एंडोस्कोपी के अंतर्गत किन-किन बीमारियों का इलाज होगा, इसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन सामान्य तौर पर एंडोस्कोपी सेवाएँ निम्नलिखित के लिए उपयोगी होती हैं:
- पाचन तंत्र संबंधी बीमारियाँ: जैसे गैस्ट्राइटिस, अल्सर, रिफ्लक्स रोग (GERD), और आंतों की सूजन।
- ईएनटी (ENT) संबंधी जाँच: समाचार के अनुसार, यह सेवा विशेष रूप से कान, नाक, और गले (ENT) के मरीजों के लिए शुरू की गई है, इसलिए नाक, गले, या स्वरयंत्र की समस्याओं की जाँच और निदान भी संभव है।
- कैंसर स्क्रीनिंग: पेट, आंत, या गले में असामान्य वृद्धि या कैंसर का पता लगाना।
- बायोप्सी: ऊतकों के नमूने लेकर कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियों की जाँच करना।
ENT SURGEON IN PAURI – यह सेवा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन और जिला स्वास्थ्य समिति के तहत शुरू की गई है, जो विशेष रूप से ग्रामीण और कमजोर वर्गों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएँ बढ़ाने पर केंद्रित है। मरीजों को इस सेवा का लाभ लेने के लिए जिला अस्पताल में संपर्क करना होगा। संभवतः यह सुविधा निःशुल्क या आयुष्मान भारत योजना के तहत उपलब्ध हो सकती है, जो प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करती है।