
HIV CASES IN DEHRADUN -
अन्प्रोटेक्टेड सेक्स, नशे के चलते एक सीरिंज का कई लोगों द्वारा इस्तेमाल, संक्रमण फैलने की बड़ी वजह.
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में तेजी से एचआईवी वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. देहरादून की जिला अस्पताल कोरोनेशन में रजिस्टर मामले बता रहे हैं, कि राजधानी देहरादून की यंग जनरेशन इस संक्रमण से सबसे ज़्यादा पीड़ित है. अकेले देहरादून के ज़िला अस्पताल कोरोनेशन में एचआईवी के 1622 मामले रजिस्टर्ड हैं.
HIV CASES IN DEHRADUN – जिला अस्पताल कोरोनेशन के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा पिछले कुछ समय में राजधानी में एचआईवी पॉजिटिव लोगों की संख्या में काफ़ी बढ़ोतरी हुई है. कोरोनेशन अस्पताल में 1622 एचआई वी संक्रमित लोगो का पंजीकरण हुआ है. जिसमें से 1619 का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अस्पताल में एचआईवी की सभी जांच और दवाइयां उपलब्ध हैं.
HIV CASES IN DEHRADUN – उन्होंने कहा अन्प्रोटेक्टेड सेक्स, नशे के चलते एक सीरिज का कई लोगों के द्वारा प्रयोग किया जाना, उसके साथ साथ ब्लड भी इसकी एक बड़ी वजह है. इसको लेकर सभी को एहतियात बरतने की ज़रूरत है. जन जन को जागरूक करने के लिए सरकार की तरफ से एनजीओ के साथ मिलकर काम किया जा रहा है. समाजसेवी संस्था की सदस्य रेक्षा ने कहा उनकी संस्था के द्वारा इसको लेकर अवेयर किया जा रहा है. वे टेस्ट के लिए भी लोगों को मोटिवेट करते हैं.
HIV CASES IN DEHRADUN – आंकड़े: 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में पिछले 8 वर्षों में 6,937 HIV मामले दर्ज किए गए, जिनमें देहरादून और नैनीताल जैसे जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। अप्रैल 2022 से अक्टूबर 2022 तक, केवल 7 महीनों में 739 नए मामले सामने आए, जो औसतन प्रतिदिन 3.5 नए मामले दर्शाता है। देहरादून में इन मामलों की संख्या अन्य जिलों की तुलना में अधिक है।
HIV CASES IN DEHRADUN – वृद्धि का कारण:
प्रवासी आबादी: देहरादून में उद्योग-धंधों और रोजगार के अवसरों के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर, ट्रक ड्राइवर, और अन्य अस्थायी कामगार आते हैं। इनकी लगातार आवाजाही के कारण HIV के प्रसार को ट्रैक करना और नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
नशे की लत: हाल के वर्षों में, विशेष रूप से सिरिंज के माध्यम से नशीली दवाओं का उपयोग HIV के प्रसार का एक प्रमुख कारण बन रहा है।
जागरूकता की कमी: हालांकि स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है, फिर भी सामाजिक स्तर पर HIV के प्रति पर्याप्त जागरूकता की कमी देखी जाती है।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया: उत्तराखंड में 7 एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) सेंटर हैं, जहां 5,580 मरीजों को मुफ्त दवाएं दी जा रही हैं। देहरादून में दून अस्पताल जैसे केंद्रों पर ये सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन कभी-कभी कर्मचारी हड़ताल जैसे कारणों से मरीजों को परेशानी होती है।
HIV CASES IN DEHRADUN – हालांकि, 2011 की एक पुरानी रिपोर्ट में यह कहा गया था कि HIV के प्रसार की रफ्तार कुछ हद तक धीमी हुई थी, लेकिन प्रवासी आबादी के कारण चुनौतियां बनी हुई थीं। हाल की खबरें, जैसे कि रामनगर (नैनीताल जिला, देहरादून से निकट) में 2024 में 7 महीनों में 19 लोगों के HIV पॉजिटिव पाए जाने की घटना, यह दर्शाती है कि समस्या अभी भी गंभीर है।
HIV CASES IN DEHRADUN – देहरादून में HIV के मामले बढ़ रहे हैं, विशेष रूप से प्रवासी आबादी, नशे की लत, और जागरूकता की कमी जैसे कारकों के कारण। स्वास्थ्य विभाग सक्रिय है, लेकिन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए और प्रयासों की जरूरत है। यदि आप इस विषय पर और विशिष्ट जानकारी चाहते हैं, जैसे किसी खास क्षेत्र या समयावधि के आंकड़े, तो कृपया और विवरण प्रदान करें।