
press conference of the Ministry of External Affairs ON INDIA PAKISTAN TENSIONS
हैदराबाद। भारत के विदेश मंत्रालय की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस (10 मई 2025) में ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में विशेष ब्रीफिंग दी गई। विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी, और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त रूप से यह ब्रीफिंग दी। मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं
रक्षा सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के बारामूला से लेकर गुजरात के भुज तक, अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए. इनमें नागरिक और सैन्य ठिकानों के लिए संभावित खतरा पैदा करने वाले संदिग्ध सशस्त्र ड्रोन शामिल हैं. हालांकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकांश ड्रोन को मार गिराया.
हमलों को किया नाकाम – पाकिस्तान की तरफ से भारत में जिन स्थानों पर ड्रोन हमले करने की नाकाम कोशिश की गई, उनमें बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुआर्बेट और लाखी नाला शामिल हैं.
हालांकि, पंजाब के फिरोजपुर में एक सशस्त्र ड्रोन हमले से एक नागरिक क्षेत्र कोजा गिरा, जिसके कारण एक स्थानीय व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए. रक्षा सूत्र ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल उच्च स्तर की सतर्कता बनाए हुए हैं, और ऐसे सभी हवाई खतरों को काउंटर-ड्रोन सिस्टम का उपयोग करके उनको गिराया जा रहा है.
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य – भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर लक्षित हमले किए, जिन्हें “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया। इन हमलों का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ सटीक कार्रवाई करना था, जिसमें आम नागरिकों को नुकसान न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया।
पाकिस्तान को दी चेतावनी – भारत ने पाकिस्तान को पहले चेतावनी दी थी, लेकिन पाकिस्तान ने कई भारतीय शहरों पर हमले की कोशिश की, जिसके जवाब में भारत ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
पाकिस्तान पर निशाना – विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान “जन्म से ही झूठ बोल रहा है” और भारत ने तनाव नहीं बढ़ाया। यह भी स्पष्ट किया गया कि अब भरोसे का समय नहीं है, और भारत हर कार्रवाई का जवाब देगा।
सैन्य कार्रवाई की जानकारी – कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि भारत ने सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए, और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन की तकनीकी जानकारी साझा की।
आधिकारिक स्रोतों पर जोर – विदेश मंत्रालय ने नागरिकों से केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करने और भ्रामक सूचनाओं से बचने की अपील की।
यह ब्रीफिंग भारत-पाकिस्तान तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में भारत की स्थिति को स्पष्ट करने के लिए थी।