
देहरादून। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के लिए पंजीकृत 77 पाकिस्तानी नागरिकों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है। यह फैसला सुरक्षा कारणों से लिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के तहत किया गया। इस कदम का उद्देश्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है, विशेष रूप से पहलगाम हमले के बाद बढ़े तनाव को देखते हुए।
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा – टेररिज्म और टूरिज्म दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं. भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार पाकिस्तान के नागरिकों का वीजा भी निरस्त किया गया है. उन्हें भारत में प्रतिबंध लगा दिया गया है. चारधाम यात्रा के लिए पाकिस्तान से तकरीबन 77 तीर्थयात्रियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसे तत्काल ही रद्द कर दिया गया है. चारधाम यात्रा में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को एंट्री नहीं दी जाएगी.
इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के सभी मौजूदा वीजा 27 अप्रैल 2025 से रद्द कर दिए हैं, और मेडिकल वीजा 29 अप्रैल 2025 तक वैध रहेंगे। पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। हालांकि, लॉन्ग टर्म वीजा वाले पाकिस्तानी हिंदुओं को भारत छोड़ने की आवश्यकता नहीं है

30 अप्रैल से उत्तराखंड में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए अब तक (26 अप्रैल शाम 5 बजे तक) 2,12,7056 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं. इनमें से यमुनोत्री धाम के लिए 3,46,967, गंगोत्री धाम के लिए 3,77,770, केदारनाथ धाम के लिए 7,23,074 और बदरीनाथ धाम के लिए 6,41,090 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं.
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा – निश्चित तौर से उत्तराखंड में पर्यटन की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. उत्तराखंड में गढ़वाल और कुमाऊं में कई ऐसी जगह हैं, जो धार्मिक पर्यटन के अलावा अन्य पर्यटन गतिविधि को भी बढ़ावा देती हैं. यहां कई ऐसी घाटियां हैं, जहां पर कश्मीर जैसा आनंद मिलता है तो निश्चित तौर से यदि पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख करते हैं तो इसके लिए उत्तराखंड में पूरी व्यवस्था है.