
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उत्तराखंड रियल टाइम वायु गुणवत्ता निगरानी सिस्टम हर जिले में लगाएगा. वायु प्रदूषण पर प्रदेशभर की सही जानकारी दे पाएगा PCB.
देहरादून। उत्तराखंड में पर्यावरण पर निगरानी रखने वाला पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अब वायु प्रदूषण की ज्यादा सटीक जानकारी रख सकेगा. दरअसल प्रदेश में सभी जिलों की एयर क्वालिटी पर निगरानी रखने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड रियल टाइम एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित करने जा रहा है. यह सिस्टम राज्य में सभी जिलों में स्थापित होगा. जिससे जिला स्तर पर भी वायु प्रदूषण की निगरानी की जा सकेगी.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उत्तराखंड में पर्यावरणीय बदलावों पर निगरानी रखता है. बोर्ड का मकसद राज्यभर में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और इसके लिए तमाम प्रयास करना है. हालांकि राज्य में वायु प्रदूषण को लेकर पर्याप्त व्यवस्थाएं न होने के कारण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सभी जिलों में वायु प्रदूषण की मॉनिटरिंग नहीं कर पा रहा है. ऐसे में अब बोर्ड ने नए प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए सभी जिलों में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित करने का निर्णय लिया है.
सिर्फ तीन शहरों की होती है मॉनिटरिंग: मौजूदा समय में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तीन शहरों की एयर क्वालिटी को मॉनिटर कर पा रहा है. इसमें देहरादून, ऋषिकेश और काशीपुर शहर शामिल है. राज्य में वायु प्रदूषण को लेकर आकलन इन तीनों शहरों की एयर क्वालिटी रिपोर्ट के आधार पर ही किया जाता है. जबकि राज्य की बाकी तमाम जिले एयर क्वालिटी के लिहाज से मॉनिटर नहीं हो पाते हैं.

पर्वतीय क्षेत्र की वायु गुणवत्ता भी हो रही खराब: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड राज्य के सभी जिलों में रियल टाइम एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित करेगा. बोर्ड द्वारा इस सिस्टम को अलग-अलग जिलों में स्थापित किए जाने के बाद सभी जिलों की 24 घंटा वायु गुणवत्ता की रिपोर्ट रिकॉर्ड की जा सकेगी. वैसे तो प्रदेश में पर्वतीय जिलों की वायु गुणवत्ता को बेहतर माना जाता रहा है. लेकिन पिछले कुछ समय में पर्वतीय क्षेत्रों में भी तमाम गतिविधियां बढ़ने के चलते वायु गुणवत्ता में कमी आई है.
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव पराग मधुकर धकाते कहते हैं कि राज्य में फिलहाल मॉनिटरिंग के रूप में तीन शहरों की ही हर घंटे एयर क्वालिटी इंडेक्स रिकॉर्ड की जा रही है. जबकि राज्य के बाकी जिलों में भी प्रदूषण को लेकर मॉनिटरिंग किए जाने की जरूरत है और इसी को देखते हुए सभी जिलों के मुख्यालय में नए सिस्टम लगाए जाने का निर्णय लिया गया है.
सभी जिलों में एयर क्वालिटी सिस्टम लगने के बाद हर घंटे वायु प्रदूषण से जुड़े आंकड़े बोर्ड को मिल सकेंगे और इसी के आधार पर बोर्ड के माध्यम से जरूरी उपाय भी किया जा सकते हैं. हालांकि बोर्ड के माध्यम से वायु प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए सरकार को रिपोर्ट दी जाती है और फिर राज्य सरकार के स्तर पर भी इसके लिए विशेष योजना या प्रयास किए जाते हैं.