
(फाइल फोटो)
देहरादून। आगामी 30 अप्रैल से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 शुरू होने जा रही है, लेकिन इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले बाहरी राज्यों के कमर्शियल वाहन चालकों को पहाड़ चढ़ने से पहले परीक्षा देनी पड़ेगी. यह परीक्षा परिवहन विभाग की ओर ली जाएगी. परीक्षा पास होने के बाद ही कमर्शियल वाहन चालकों को हिल एंडोर्समेंट लाइसेंस मिल सकेगा.
परिवहन विभाग यह परीक्षा ऋषिकेश और देहरादून में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रेक पर लेगा, जहां बाहरी वाहन चालकों की परीक्षा होगी. बाहरी राज्यों से आने वाले कमर्शियल वाहनों के चालकों की परीक्षा लेने का मुख्य उद्देश्य पर्वतीय मार्गों पर सड़क हादसों और जाम आदि पर अंकुश लगाना है.
बता दें कि चारधाम यात्रा के दौरान बाहरी राज्यों से काफी संख्या में कमर्शियल वाहन आते हैं. यात्रा पर आने वाले कमर्शियल वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी किए जाते है. इसके लिए वाहनों की फिटनेस और उसके कागजात देखे जाते हैं. सही पाए जाने पर उन्हें ग्रीन कार्ड जारी किया जाता है, लेकिन अब चालकों को भी वाहन चलाने की परीक्षा देनी होगी.
अभी तक बाहरी राज्यों से आने वाले कमर्शियल वाहन चालकों को हिल एंडोर्समेंट (पर्वतीय मार्ग पर वाहन चलाने की अनुमति) कराने के लिए परीक्षा देना जरूरी नहीं था. वो केवल ऑनलाइन आवेदन और फीस जमा करने के बाद हिल एंडोर्समेंट करा रहे थे. इससे अनुभवहीन चालक भी चारधाम यात्रा में वाहन का संचालन कर रहे थे. जिससे हादसे की आशंका बढ़ जाती थी.
वहीं, हादसा होने की स्थिति में ये बात सामने आई कि नियमानुसार जिन चालकों ने अपने लाइसेंस में हिल एंडोर्समेंट नहीं कराया, उन वाहनों को दुर्घटना बीमा का भुगतान नहीं हो पाया. साथ ही ऐसे अनुभवहीन चालकों के वाहनों से हादसे होने की आशंका भी बनी रहती है.
हिल एंडोर्समेंट कराने के लिए परीक्षा अनिवार्य: हालांकि, पिछले साल हिल एंडोर्समेंट के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन किसी भी तरह कोई फिजिकल टेस्ट नहीं होता था. अब इस प्रक्रिया को सख्त किया जा रहा है. इसके तहत पहली बार यात्रा में आने वाले वाहन चालकों को हिल एंडोर्समेंट कराने के लिए परीक्षा देनी होगी.
बाहरी राज्यों के कमर्शियल वाहन चालकों का लाइसेंस हिल एंडोर्समेंट होना जरूरी: आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग सतर्क है. यात्रा के दौरान हादसे को कम से कम किया जा सके, उसके लिए जितने भी बाहरी राज्यों से आने वाले कमर्शियल वाहन के चालक हैं, उनका लाइसेंस हिल एंडोर्समेंट होना चाहिए.
चालक का लाइसेंस हिल एंडोर्समेंट न होने पर यहां देनी होगी परीक्षा: अगर किसी चालक का लाइसेंस हिल एंडोर्समेंट नहीं है तो उनको एक परीक्षा देनी पड़ेगी. परिवहन विभाग के पास ऋषिकेश में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रेक है, जहां चालक का हिल ड्राइविंग का टेस्ट लिया जाएगा. अगर वो पास हो जाता है तो उसका लाइसेंस हिल एंडोर्समेंट बनाया जाएगा.
परीक्षा में फेल होने पर किसी भी दशा में नहीं भेजा जाएगा पहाड़: इसी तरह देहरादून के झाझरा में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रेक है, जहां पर कमर्शियल वाहन चालकों का टेस्ट लिया जाएगा. उन्होंने बताया है कि हिल एंडोर्समेंट कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना पड़ेगा. अगर परीक्षा के दौरान वाहन चालक फेल हो जाता है तो उसे किसी भी दशा में पहाड़ों पर नहीं भेजा जाएगा. उस ड्राइवर की जगह अन्य ड्राइवर की व्यवस्था की जाएगी, जिसका लाइसेंस हिल एंडोर्समेंट होगा.