देहरादून। उत्तराखंड में 2021 – 2025 के बीच लगभग 6 – 7 पेपर लीक हो चुके है, उन पेपर्स को लीक करने में एक भी मुस्लिम आरोपी नहीं था. लेकिन जैसे ही 21 सितंबर 2025 को UKSSSC की स्नातक स्तरीय पदों के लिए लिखित प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्रों के फोटो आउट होने के मामले में मुस्लिम युवक का नाम आया, तुरंत ही उस अपराध के लिए “नकल जिहाद” शब्द इस्तेमाल कर नकल माफिया को चेतावनी दी. इससे पहले जो पेपर लीक होते थे, वो सिर्फ एक अपराध थे, लेकिन एक मुस्लिम युवक का नाम आने पर यह अपराध “जिहाद” में बदल गया.

उत्तराखंड में अब तक हुए प्रमुख पेपर लीक मामले
उत्तराखंड में पेपर लीक की घटनाएं राज्य की भर्ती प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़ी करती रही हैं। खासकर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षाओं में यह समस्या बार-बार सामने आई है। नीचे एक तालिका में प्रमुख मामलों की सूची दी गई है, जो उपलब्ध समाचार स्रोतों और रिपोर्ट्स पर आधारित है। ये घटनाएं मुख्य रूप से 2021 से 2025 तक की हैं, और इनमें से कई में परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं या जांच हुई। हालिया मामला (सितंबर 2025) सबसे चर्चित है, जिसमें युवाओं के बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं।
| वर्ष/तिथि | परीक्षा का नाम/विवरण | मुख्य विवरण | कार्रवाई/परिणाम |
|---|---|---|---|
| दिसंबर 2021 | UKSSSC ग्रेजुएट लेवल भर्ती परीक्षा (स्नातक स्तर) | पेपर लीक होने से कई परीक्षाएं प्रभावित। हाकम सिंह नामक व्यक्ति मुख्य आरोपी। STF ने जांच की। | परीक्षा रद्द, 41 गिरफ्तारियां, 130 के खिलाफ चार्जशीट। सख्त नकल विरोधी कानून (2023) का आधार बना। |
| 2022 | UKSSSC ग्रुप C भर्ती परीक्षा | पेपर व्हाट्सएप पर वायरल। 114 उम्मीदवार सीधे शामिल। हाईकोर्ट में याचिका दायर। | परीक्षा रद्द, STF जांच। दोषियों की पहचान मुश्किल होने का सरकारी बयान। |
| 2022 | सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा | पेपर लीक, नकल माफिया सक्रिय। | जांच, कई गिरफ्तारियां। UKSSSC की अन्य परीक्षाओं पर भी असर। |
| 2022 | कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) भर्ती | पेपर लीक, धांधली के आरोप। | रद्द, STF जांच। |
| 2022 | फॉरेस्ट गार्ड भर्ती | पेपर पहले ही लीक। | रद्द, कानूनी कार्रवाई। |
| अगस्त 2024 | UKSSSC ग्रेजुएट लेवल (कोई विशिष्ट, लेकिन कोचिंग सेंटर्स संलिप्त) | 4 कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई। पेपर लीक माफिया से सांठगांठ। | कोचिंग सेंटर्स पर कानूनी शिकंजा, जांच। |
| 20-21 सितंबर 2025 | UKSSSC स्नातक स्तर भर्ती (वीडियो, वीपीडो, पटवारी आदि पद) | परीक्षा के 30 मिनट बाद 3 पेज व्हाट्सएप पर लीक। मुख्य आरोपी खालिद मलिक ने मोबाइल से फोटो खींची। हाकम सिंह (पूर्व आरोपी) ने 12-15 लाख में सॉल्व्ड पेपर देने का वादा। जैमर की कमी। | परीक्षा स्थगित, खालिद व बहन सबिया गिरफ्तार। हाकम सिंह व पंकज गौर गिरफ्तार। SIT गठित (रिटायर्ड जज की निगरानी में)। DRDA चीफ व सेक्टर मजिस्ट्रेट निलंबित। CBI जांच की मांग, युवा प्रदर्शन (देहरादून, हल्द्वानी आदि)। CM धामी ने ‘नकल जिहाद’ कहा। |
- कुल प्रभावित परीक्षाएं: 2022-23 के बाद UKSSSC ने 16 परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित कीं, लेकिन 2025 का मामला फिर से विवादास्पद। राज्य में 65+ भर्ती परीक्षाओं में लीक की शिकायतें।
- मुख्य आरोपी/गिरोह: हाकम सिंह (2021 से सक्रिय, संपत्ति जब्त), खालिद मलिक (2025 का मास्टरमाइंड), चंदन सिंह मनराल, अंकित रमोला। BJP से जुड़े नेता (जैसे हरिद्वार कॉलेज प्रिंसिपल धर्मेंद्र चौहान) पर आरोप।
- प्रदर्शन और मांगें: सितंबर 2025 से देहरादून के परेड ग्राउंड पर धरना। नारे: “पेपर चोर गद्दी छोड़”। CBI जांच, परीक्षा रद्द, CM इस्तीफा। 400+ प्रदर्शनकारी हिरासत में। कांग्रेस, AAP ने सरकार पर हमला बोला।
- सरकारी कदम: नकल विरोधी कानून 2023 के तहत उम्रकैद की सजा संभव। लेकिन युवा इसे ‘ढोंग’ बता रहे, क्योंकि जैमर व सुरक्षा में लापरवाही।
- राष्ट्रीय संदर्भ: उत्तराखंड, बिहार, यूपी जैसे राज्यों में BJP शासित क्षेत्रों में लीक बढ़े। विपक्ष का आरोप: ‘वोट चोरी के बाद पेपर चोरी’।
UKSSSC स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामला: पूरा अपडेट (21 सितंबर 2025 तक)
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय पदों (जैसे पटवारी, लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी आदि) के लिए लिखित प्रतियोगी परीक्षा 21 सितंबर 2025 को 13 जिलों के 445 केंद्रों पर आयोजित हुई। परीक्षा सुबह 11 बजे शुरू हुई, लेकिन लगभग 35 मिनट बाद (11:35 बजे) प्रश्न पत्र के तीन पेजों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। यह मामला हरिद्वार के एक केंद्र (आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज) से जुड़ा है, जहां जामर लगे होने के बावजूद फोटो बाहर भेजे गए। कुल 1,05,803 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, लेकिन लीक ने युवाओं में भारी आक्रोश पैदा कर दिया।
घटना का क्रम (टाइमलाइन)
| तारीख | मुख्य घटना |
|---|---|
| 20 सितंबर 2025 | परीक्षा से एक दिन पहले STF ने हाकम सिंह रावत (2021 UKSSSC लीक का मुख्य आरोपी) और उसके साथी पंकज गौर को गिरफ्तार किया। दोनों पर 6 अभ्यर्थियों से 12-15 लाख रुपये लेकर परीक्षा में सफलता का वादा करने का आरोप। |
| 21 सितंबर 2025 | परीक्षा शुरू। 11:35 बजे तीन पेज वायरल। UKSSSC चेयरमैन गणेश सिंह मार्तोलिया ने इसे “एक केंद्र से सीमित लीक” बताया। देर रात पुलिस-आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस: कोई संगठित गिरोह नहीं, लेकिन जांच शुरू। स्वाभिमान मोर्चा नेता बॉबी पंवार ने स्क्रीनशॉट शेयर किया, उन्हें हिरासत में लिया गया। |
| 22 सितंबर 2025 | युवाओं का बड़ा विरोध: देहरादून के परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच, सड़कें जाम। CBI जांच, परीक्षा रद्द करने की मांग। देहरादून में धारा 163 (जुलूस प्रतिबंध) लागू। कांग्रेस ने प्रदर्शन का ऐलान किया। |
| 23 सितंबर 2025 | मुख्य आरोपी खालिद मलिक (अभ्यर्थी) हरिद्वार से गिरफ्तार। उसकी बहन साबिया (फोटो फॉरवर्ड करने वाली) पहले ही हिरासत में। दूसरी बहन हीना और प्रोफेसर सुमन चौहान (टिहरी) पर भी केस। खालिद ने परीक्षा हॉल से फोटो खींचकर बहन को भेजा, जो प्रोफेसर को गई। केंद्र प्रिंसिपल (BJP नेता धर्मेंद्र चौहान) की जांच। CM धामी: “सख्त कार्रवाई, नकल जिहाद नहीं चलेगा।” |
| 24 सितंबर 2025 | नई SIT गठन: रिटायर्ड हाईकोर्ट जज की निगरानी में, 1 महीने में रिपोर्ट। मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन: “छात्र हित सर्वोपरि।” जामर टीम पर संदेह: 4G रोकने वाले जामर 5G को नहीं रोक पाए। सेक्टर मजिस्ट्रेट निलंबित। |
| 25 सितंबर 2025 (वर्तमान) | SIT जांच जारी। युवा प्रदर्शन जारी (अल्मोड़ा, देहरादून आदि), “डायपर” प्रतीक से लंबे धरने का संकेत। UKSSSC: परीक्षा रद्द नहीं, आरोपी का रिजल्ट रोका जाएगा। BJP विधायक खजान दास: “साजिश।” कांग्रेस: “BJP के हाथ रंगे।” |
मुख्य आरोपी और उनकी भूमिका
- खालिद मलिक (मुख्य आरोपी): सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा (2013, राजस्थान); ग्रेजुएट (2015, हापुड़)। परीक्षा केंद्र में पीछे की दीवार फांदकर घुसा, टॉयलेट बहाने से बाहर निकलकर फोटो लिया और बहन को भेजा। उसके पास उत्तर नहीं मिले, इसलिए OMR गेस से भरा। मोबाइल फोरेंसिक जांच में।
- साबिया मलिक (बहन): फोटो प्राप्त कर प्रोफेसर को फॉरवर्ड किया। गिरफ्तार।
- हीना मलिक (दूसरी बहन): हिरासत में, भूमिका जांच में।
- डॉ. सुमन चौहान (प्रोफेसर, टिहरी कॉलेज): उत्तर तैयार किए। FIR में नाम।
- हाकम सिंह रावत और पंकज गौर: नकल माफिया, परीक्षा से पहले पैसे लेकर वादा। 2021 लीक में पहले भी गिरफ्तार।
- अन्य: जामर टीम, केंद्र स्टाफ (प्रिंसिपल सहित) पर लापरवाही का आरोप।
कानूनी कार्रवाई
- FIR: देहरादून रायपुर थाने में Uttarakhand Competitive Examination (Prevention of Unfair Means in Recruitment) Ordinance 2023 की धारा 11(1), 11(2), 12(2) के तहत। IPC धाराएं (420, 467 आदि) भी लागू।
- SIT: एडिशनल SP जया बलूनी के नेतृत्व में। रिटायर्ड जज पर्यवेक्षण में। सभी जिलों में जाकर सबूत इकट्ठा करेगी। 100+ नकल माफिया पहले ही जेल में।
- निलंबन: सेक्टर मजिस्ट्रेट निलंबित। जामर इंस्टॉलरों से पूछताछ।
विरोध और राजनीतिक प्रतिक्रिया
- युवा आंदोलन: उत्तराखंड बेरोजगार संघ (राम कंडवाल) ने CBI जांच, परीक्षा रद्द की मांग। देहरादून, अल्मोड़ा, पौड़ी आदि में धरना। 400+ हिरासत। “हर बार लीक, हर बार धोखा” नारे।
- विपक्ष: कांग्रेस (कर्ण माहरा): BJP पर हमला, पुतला दहन। UKD (जयप्रकाश उपाध्याय): “बेरोजगारों से धोखा।”
- सरकार/BJP: CM पुष्कर सिंह धामी: “दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।” चेयरमैन मार्तोलिया: “एक व्यक्ति की कोशिश।” BJP: “विपक्षी साजिश।”
- X (ट्विटर) पर ट्रेंड: #UKSSSCPaperLeak, #SaveStudentsFuture। युवा वीडियो शेयर कर “नकल जिहाद” पर तंज कस रहे।
वर्तमान स्थिति
- परीक्षा का भविष्य: UKSSSC ने रद्द करने से इनकार किया। “गोपनीयता भंग लेकिन सीमित प्रभाव।” STF/पुलिस: कोई बड़ा गिरोह नहीं, लेकिन जांच पूरी होने तक कोई फैसला नहीं। 2021-2022 के पुराने लीक (जैसे VDO, RO-ARO) की याद ताजा। राज्य में 100+ मामलों में सजा हो चुकी है। युवाओं का भरोसा डगमगाया है। SIT की रिपोर्ट 24 अक्टूबर तक आने की संभावना है। यदि बड़ी साजिश साबित, परीक्षा रद्द हो सकती है। पारदर्शिता के लिए सरकार ने UPSC को ग्रुप C परीक्षाएं सौंपी हैं।
