
अल्मोड़ा और हरिद्वार में स्टेट हाईवे बाधित
देहरदून। उत्तराखंड में पिछले 48 घंटों (22-24 जून 2025) में भारी बारिश के कारण 24 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें स्टेट हाईवे, बॉर्डर रोड और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की सड़कें शामिल हैं। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिससे यातायात और जनजीवन प्रभावित हुआ है। नीचे इसका विस्तृत विवरण दिया गया है:

ROADS CLOSED DUE TO RAIN – प्रभावित सड़कों का विवरण:
- बागेश्वर: 3 सड़कें बंद, जो पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत हैं। भारी बारिश और मलबा गिरने के कारण ये मार्ग अवरुद्ध हुए हैं।
- चंपावत: 3 सड़कें बंद, इनमें पीडब्ल्यूडी की सड़कें शामिल हैं। पूर्णागिरि मार्ग जैसे कुछ महत्वपूर्ण रास्तों पर भी मलबा जमा होने की खबर है।
- पौड़ी: 1 सड़क बंद, जो पीडब्ल्यूडी के अधीन है।
- अल्मोड़ा: स्टेट हाईवे बंद, जिसके कारण स्थानीय आवागमन में बाधा उत्पन्न हुई है।
- हरिद्वार: स्टेट हाईवे प्रभावित, जलभराव और मलबे के कारण यातायात बाधित।
- बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग: चमोली जिले में बेरेनपानी (पीपलकोटी) और नंदप्रयाग-नंदानगर मार्ग पर मंगरोली के पास भारी भूस्खलन के कारण मार्ग अवरुद्ध। पत्थर और मलबा गिरने से सड़क खोलने का कार्य बाधित है।
- अन्य सड़कें: कुल 24 सड़कों में 2 स्टेट हाईवे, 1 बॉर्डर रोड, और 21 पीडब्ल्यूडी की सड़कें शामिल हैं, जो विभिन्न जिलों में भूस्खलन और मलबे के कारण बंद हैं।

ROADS CLOSED DUE TO RAIN – प्रभाव और स्थिति:
- भूस्खलन और मलबा: लगातार बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाएं बढ़ी हैं। बद्रीनाथ और यमुनोत्री जैसे तीर्थस्थलों की यात्रा पर असर पड़ा है, क्योंकि कई मार्गों पर मलबा और पत्थर गिर रहे हैं।
- चारधाम यात्रा: बारिश और भूस्खलन के कारण चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ स्थानों पर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है।
- मौतें और हादसे: 1 जून से 23 जून 2025 तक प्राकृतिक आपदाओं और सड़क हादसों में 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य कारणों से 123 और प्राकृतिक आपदाओं से 4 श्रद्धालुओं की मृत्यु शामिल है।
- मौसम विभाग की चेतावनी: मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके कारण और सड़कें प्रभावित हो सकती हैं। पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, उत्तरकाशी, और रुद्रप्रयाग जैसे जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
ROADS CLOSED DUE TO RAIN – प्रशासनिक कदम:
- सतर्कता: जिला प्रशासन और पुलिस ने लोगों से नदी-नालों के पास सावधानी बरतने और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।
- सड़क खोलने का कार्य: भूस्खलन के कारण बंद सड़कों को खोलने के लिए मशीनें और टीमें तैनात की गई हैं, लेकिन लगातार बारिश और पत्थर गिरने से यह कार्य चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
- यात्रा पर नियंत्रण: चारधाम यात्रा को कुछ स्थानों पर अस्थायी रूप से रोका गया है, और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की व्यवस्था की जा रही है।
उत्तराखंड में भारी बारिश ने सड़कों, यातायात और जनजीवन पर व्यापक प्रभाव डाला है। विशेष रूप से पर्वतीय जिलों में भूस्खलन और मलबे ने स्थिति को और जटिल बनाया है। प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहना आवश्यक है। यात्रियों और स्थानीय लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम अपडेट्स का पालन करें और प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा से बचें।
सावधानियां:
मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।
बारिश और भूस्खलन के कारण बंद सड़कों पर यात्रा करने से पहले स्थानीय प्रशासन की सलाह लें।
नदी-नालों के पास न जाएं।